Varanàsi : सनातन आत्मगौरव की स्थापना ही संस्कृति संवाद यात्रा का लक्ष्य. कृष्णा नन्द पाण्डेय

वाराणसी । धरोहर संरक्षण सेवा संगठन “ द्वारा सनातन विस्तार के उद्देश्य को लेकर अनवरत चल रहे “ संस्कृति संवाद यात्रा “ की बैठक का ( 22 वाँ पड़ाव )कार्यालय व्यापार मण्डल, विश्वेश्वरगंज वाराणसी मे आयोजित हुआ, कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रतीक गुप्ता ( अध्यक्ष व्यापार मण्डल )ने किया। मुख्य वक्ता संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने कहा हमारी संस्कृति ही हमारा आत्मगौरव है हर सनातनी को अपने संस्कृति के विस्तार के लिए एकजुट होकर कार्य करने की ज़रूरत है संस्कृति विस्तार से ही हर सनातनी को गर्व की अनुभूति होगी,इसके लिए हर व्यक्ति को सनातन विस्तार योद्धा बनना होगा, हिंदुओ का मानमर्दन करने के लिए हमारे मन्दिरों को खण्डित करकें मुगल आक्रांताओं ने मन्दिर के ऊपर ही मस्जिद बनाया या मंदिरों को ख़त्म कर दिया , अपने आत्मगौरव की रक्षा व विस्तार के लिए सनातन संस्कृति के केन्द्र मन्दिरो को दिव्य स्वरूप मे लाना होगा, धन लूटना ही मुग़लों का लक्ष्य नही था उनका लक्ष्य सनातन संस्कृति को खत्म करना था, हमारे पूर्वजों ने अपना बलिदान देकर संस्कृति व राष्ट्र को बचाया, जिन सभ्यताओ ने अपनी संस्कृति व धरोहर की रक्षा के लिए योद्धा नहीं तैयार किए उनकी संस्कृति व धरोहर नष्ट हो गयी,हर सनातनी को साधक के साथ योद्धा बनना
होगा,शस्त्र व शास्त्र दोनों मे पारंगत हर सनातनी होगा तभी मानवता व सनातन की रक्षा हो पाएगा ।

वक्ताओं मे मार्कण्डेय तिवारी ने कहा अभी समय है अवसर है, हर सनातनी को अपनी सुरक्षा के बारे मे सोचने का, भारत का हर सनातनी हिन्दू जब योद्धा बनेगा तभी सनातन संस्कृति का विस्तार होगा, विंध्यवासिनी पाण्डेय ने कहा कि सनातन ही मानवता का रक्षक है ,सनातन संस्कृति को जन जन तक पहुँचाना होगा । अध्यक्षीय उद्धवोधन मे प्रतीक गुप्ता ने कहा कि सनातन संस्कृति विश्व का कल्याण हो का उद्वघोष करती है , ऐसी परम्परा , संस्कृति की रक्षा के लिए हमे अपने
सर्वोच्च बलिदान के लिए तैयार रहना होगा । सनातन समाज को संगठित होकर अपनी संस्कृति के विस्तार करने का समय आ गया है । कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से सर्वश्री उदय यादव,रविंद्र गिरी,आकाश जयसवाल विनोद गुप्ता, राजेश गुप्ता,आलोक जी पंकज गिरी, डा.चन्द्रदेव पटेल राज मंगल पाण्डेय सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम का आयोजन प्रतीक गुप्ता ने किया, कुशल संचालन अलखनाथ गोस्वामी ने किया, कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ से हुआ ।