
जयपुर । हनीट्रैप के मामले में पुलिस ने 20 दिन बाद घटना का खुलासा करते हुए एक युवती सहित चार लोगो को गिरफ्तार कर कामयाबी हासिल किया ताजा मामले में एक व्यापारी को हनीट्रैप में फंसाकर 50 लाख रुपए मांगे गए। रुपए नहीं दिए तो हत्या करके शव नाले में फेंक दिया। घटना के 20 दिन बाद पुलिस ने इस घटनाक्रम का खुलासा किया है। जयपुर कमिश्नरेट की गलता गेट पुलिस ने एक युवती सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। मृतक व्यापारी का शव दिल्ली स्थित एक गंदे नाले से बरामद किया गया। पुलिस का कहना है कि युवती ने पहले व्यापारी को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर पति सहित अन्य साथियों के साथ मिलकर मोटी रकम वसूलने का षड़यंत्र रचा था।
जयपुर की गलता गेट पुलिस ने हत्या के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें ग्वालियर निवासी अंजली सोनी, मुरैना निवासी प्रदीप के साथ दिल्ली निवासी संतोष कुमार और विजय शामिल है। थाना प्रभारी लिखमाराम ने बताया कि ग्वालियर निवासी अंजली अपने प्रेमी प्रदीप के साथ भागकर जयपुर आ गई थी। यहां पर दोनों ने शादी रचा ली। अंजली का पति प्रदीप जयपुर में ई-रिक्शा चलाता था। ऐसे में ई-रिक्शा की बैटरी का व्यापार करने वाले दिलीप सांवरिया के पास आना जाना था। प्रदीप की पत्नी अंजली ने ही हनी ट्रैप की पूरी साजिश रची थी।ई-रिक्शा की बैटरी चेंज कराने के लिए प्रदीप का दिलीप सांवरिया के पास आना जाना था।
इस दौरान प्रदीप की पत्नी अंजली की भी व्यापारी दिलीप से जान पहचान हो गई। अंजली ने जरूरत बताकर व्यापारी से कुछ रुपए उधार लिए। इसके बाद उसने व्यापारी को अपने प्रेम जाल में फंसाना शुरू कर दिया। उसने दिलीप के साथ शारीरिक संबंध स्थापित कर लिए और फिर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। बाद में उसे लगा कि व्यापारी बड़ा है और ये लाखों रुपए दे सकता है। फिर पति और अन्य साथियों के साथ मिलकर किडनैप साजिश रची।जयपुर के गलता गेट इलाके में किराए पर रहने वाली अंजली सोनी पिछले महीने दिल्ली चली गई थी। वहां पर अपने साथियों के साथ प्लानिंग की। अंजली ने 20 मई को कॉल करके दिलीप सांवरिया को दिल्ली बुलाया। प्रेम जाल में फंसा दिलीप दिल्ली पहुंचा तो अंजली, उसके पति और चार अन्य बदमाशों ने उसे बंधक बना लिया। हाथ पैर बांध दिए और मुंह पर टेप चिपका दी। फिर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
रातभर अंजली वहीं रही और 21 मई को वह जयपुर आ गई। 21 मई को ही आरोपियों ने दिलीप की हत्या करके शव को गंदे नाले में फेंक दिया।डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी ने बताया कि हत्या के आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की काफी कोशिश की। हत्या के बाद व्यापारी दिलीप सांवरिया का मोबाइल जयपुर लेकर आए। जयपुर में उसके मोबाइल को स्विच ऑफ कर दिया ताकि व्यापारी की तलाश में पुलिस दिल्ली ना पहुंचे। 28 मई को दिलीप सांवरिया के बेटे पीयूष ने गलता गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया। थाना प्रभारी लिखमाराम और एसीपी हरिशंकर शर्मा के नेतृत्व में हुई जांच के बाद हत्याकांड का खुलासा हो गया। हत्या के बाद सभी आरोपी चार धाम की यात्रा पर चले गए थे।